भोपाल: राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से संबंधित सभी इंजीनियरिंग कालेजों में आगामी शैक्षणिक सत्र से सेमेस्टर्स के पेपर अंग्रेजी और हिन्दी दोनों भाषाओं में होंगे। विद्यार्थी अपनी इच्छानुसार भाषा का चयन कर पेपर दे सकेंगे। यह बात मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा एवं तकनीकी मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने बुधवार को राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आयोजित च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) की बैठक में कही।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंत्री गुप्ता ने सभी निजी विश्वविद्यालयों को सीबीसीएस लागू करने पर विचार करने को कहा। उन्होंने विश्वद्यालय में ई—थीसिस—डिजर्टेशन सबमिशन सिस्टम का शुभारंभ भी किया। इस मौके पर कुलपति प्रो. पियूष त्रिवेदी ने कहा कि सीबीसीएस प्रणाली से छात्र—छात्राएं अपनी प्रतिभा एवं अकादमिक क्षमता के अनुसार विषयों का चयन अपनी मर्जी से कर सकते हैं। सीबीसीएस शिक्षा के क्षेत्र में उदारीकरण और वैश्वीकरण के साथ पाठ्यक्रम के तालमेल को बनाए रखता है। सीबीसीएस की विशेषताएं सीबीसीएस प्रणाली में बेसिक साइंस कोर, डिपार्टमेंट कोर, इंजीनियरिंग साइंस कोर, मानविकी कोर एवं वैकल्पिक में डिपार्टमेंट वैकल्पिक एवं ओपन वैकल्पिक विषय सहित कुल पाँच मुख्य पाठ्यक्रम होंगे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंत्री गुप्ता ने सभी निजी विश्वविद्यालयों को सीबीसीएस लागू करने पर विचार करने को कहा। उन्होंने विश्वद्यालय में ई—थीसिस—डिजर्टेशन सबमिशन सिस्टम का शुभारंभ भी किया। इस मौके पर कुलपति प्रो. पियूष त्रिवेदी ने कहा कि सीबीसीएस प्रणाली से छात्र—छात्राएं अपनी प्रतिभा एवं अकादमिक क्षमता के अनुसार विषयों का चयन अपनी मर्जी से कर सकते हैं। सीबीसीएस शिक्षा के क्षेत्र में उदारीकरण और वैश्वीकरण के साथ पाठ्यक्रम के तालमेल को बनाए रखता है। सीबीसीएस की विशेषताएं सीबीसीएस प्रणाली में बेसिक साइंस कोर, डिपार्टमेंट कोर, इंजीनियरिंग साइंस कोर, मानविकी कोर एवं वैकल्पिक में डिपार्टमेंट वैकल्पिक एवं ओपन वैकल्पिक विषय सहित कुल पाँच मुख्य पाठ्यक्रम होंगे।
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