वाराणसी: 22 सितंबर की रात साधु संतों पर हुए बर्बर लाठीचार्ज के विरोध में आज वाराणसी में अन्याय प्रतिकार यात्रा निकाली गई थी. इस यात्रा के दौरान वाराणसी में जमकर हिंसा हुई. आगजनी और तोड़फोड़ के बाद वाराणसी के कोतवाली, चौक और दशाश्वमेघ थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया बाद में इसे हटा लिया गया.
पिछले दिनों वाराणसी में साधु संतों पर हुए बर्बर लाठी चार्ज की घटना के विरोध में अन्याय प्रतिकार यात्रा निकाली गई थी. इस यात्रा में सैकड़ों साधु-संतों के साथ-साथ बीजेपी और कांग्रेस के विधायक और स्थानीय नागरिक भी शामिल थे. करीब तीन किलोमीटर की रैली जैसे ही गौदोलिया इलाके में उस जगह पर पहुंची जहां पर पिछले दिनों स्वामी अवमुक्तेश्वरानंद और साधु-संतों को जमकर पीटा गया था. वहां पहुंचने पर भीड़ उग्र हो गई. लोगों ने पुलिस पर जमकर पथराव किया.
पुलिस ने भी पथराव का जवाब पथराव से दिया. गुस्साई भीड़ ने पुलिस की जीप को आग के हवाले कर दिया, इसके बाद भी भीड़ का गुस्सा शांत नहीं हुआ भीड़ ने पुलिस चौकी समेत कई गाड़ियों में आग लगा दी. हिंसक भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस और रबर के गोले भी छोड़े. आपको बता दें कि लहुराबीर से लेकर मैदागिन और गौदोलिया से लेकर चेतगंज तक दूकाने बंद हो चुकी हैं.
करीब आधे घंटे तक शहर के मुख्य गौदोलिया चौराहे पर हालात युद्ध जैसे लग रहे थे. पुलिस और पब्लिक की भिंड़त में आधा दर्जन पुलिस वाले समेत कई स्थानीय नागरिक भी घायल हुए हैं. 22 सितंबर को गणेश प्रतिमा के विसर्जन को लेकर वाराणसी के साधु संतों पर पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाई थीं. इसी के विरोध में आज साधु संतों ने अन्याय प्रतिकार यात्रा निकाली थी.
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