भारत और जर्मनी आपसी व्यापार और रणनीतिक सहयोग को नई ऊंचाईयों पर ले जाने को तैयार हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल के बीच तीन घंटे से अधिक हुई वार्ता के बाद दोनों देशों ने आपसी व्यापार व रणनीतिक सहयोग के 18 क्षेत्रों में एमओयू - सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए।
दोनों देशों ने पर्यावरण सुरक्षा के लिए सौर ऊर्जा, हरित व स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने को प्राथमिकता के रूप में स्वीकार किया। जर्मनी ने भारत में सौर ऊर्जा के लिए एक अरब यूरो का कोष बनाने का ऐलान किया। समझौते के मुताबिक भारत में जर्मन कंपनियों को तेजी से मंजूरी देने की प्रक्रिया होगी।
इन क्षेत्रों में होगा सहयोग
दोनों नेताओं ने सुरक्षा परिषद में सुधार पर फिर से सहमति जताई और आतंकवाद व उग्रवाद से साझा लड़ाई का ऐलान किया। समझौते के मुताबिक रक्षा,सुरक्षा,खुफिया जानकारी,रेलवे,व्यापार, निवेश और स्वच्छ ऊर्जा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में संबंधों को विस्तार दिया जाएगा। बातचीत के बाद संयुक्त रूप से मीडिया को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, हमारा ध्यान आर्थिक संबंधों पर है। लेकिन मेरा मानना है कि असीमित चुनौतियों और अवसरों के संसार में भारत और जर्मनी दुनिया के लिए और अधिक मानवीय, शांतिपूर्ण, न्यायोचित तथा टिकाउ भविष्य हासिल करने में भी मजबूत साझेदार हो सकते हैं।
दोनों नेताओं ने सुरक्षा परिषद में सुधार पर फिर से सहमति जताई और आतंकवाद व उग्रवाद से साझा लड़ाई का ऐलान किया। समझौते के मुताबिक रक्षा,सुरक्षा,खुफिया जानकारी,रेलवे,व्यापार, निवेश और स्वच्छ ऊर्जा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में संबंधों को विस्तार दिया जाएगा। बातचीत के बाद संयुक्त रूप से मीडिया को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, हमारा ध्यान आर्थिक संबंधों पर है। लेकिन मेरा मानना है कि असीमित चुनौतियों और अवसरों के संसार में भारत और जर्मनी दुनिया के लिए और अधिक मानवीय, शांतिपूर्ण, न्यायोचित तथा टिकाउ भविष्य हासिल करने में भी मजबूत साझेदार हो सकते हैं।
मेक इन इंडिया के लिए विशेष सहयोग
जर्मनी की कंपनियों के लिए फास्ट-ट्रैक मंजूरी प्रक्रिया पर समझौते के तहत जर्मन कंपनियों को परियोजनाओं के लिए एकल बिंदु, सिंगल विंडो अप्रूवल दिया जाएगा। इसका उद्देश्य अधिक से अधिक जर्मन कंपनियों को प्रधानमंत्री मोदी की महत्वाकांक्षी मेक इन इंडिया पहल से जोड़ने और निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
आतंकवाद पर चिंता
जर्मनी की कंपनियों के लिए फास्ट-ट्रैक मंजूरी प्रक्रिया पर समझौते के तहत जर्मन कंपनियों को परियोजनाओं के लिए एकल बिंदु, सिंगल विंडो अप्रूवल दिया जाएगा। इसका उद्देश्य अधिक से अधिक जर्मन कंपनियों को प्रधानमंत्री मोदी की महत्वाकांक्षी मेक इन इंडिया पहल से जोड़ने और निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
आतंकवाद पर चिंता
मोदी और मर्केल ने आतंकवाद और उग्रवाद के बढ़ते खतरे और इनकी वैश्विक पहुंच को लेकर अपनी चिंता साझा की तथा इन चुनौतियों से निपटने के मकसद से सामूहिक सहयोग के लिए सहमत हुए। उन्होंने दोनों पक्षों के बीच आतंकवाद निरोधक कार्रवाई पर संयुक्त कार्यसमूह की बैठकें आयोजित करने का फैसला किया।
जर्मनी ने लौटाई दुर्गा प्रतिमा
प्रधानमंत्री ने जम्मू कश्मीर से जुड़ी 10वीं सदी की महिषासुर मर्दिनी अवतार वाली दुर्गा प्रतिमा को लौटाने के लिए भी मर्केल और जर्मनी की जनता का शुक्रिया अदा किया। संयुक्त प्रेस वक्तव्य के बाद मर्केल ने मोदी को प्रतिमा सौंपी।
प्रधानमंत्री ने जम्मू कश्मीर से जुड़ी 10वीं सदी की महिषासुर मर्दिनी अवतार वाली दुर्गा प्रतिमा को लौटाने के लिए भी मर्केल और जर्मनी की जनता का शुक्रिया अदा किया। संयुक्त प्रेस वक्तव्य के बाद मर्केल ने मोदी को प्रतिमा सौंपी।
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