अंतरराष्ट्रीय जांचकर्ताओं ने यह निष्कर्ष निकाला है कि मलेशियन एयरलाइन्स के विमान एमएच17 को रूस निर्मित बीयूके मिसाइल के जरिए मार गिराया गया था। यह मिसाइल विद्रोहियों के कब्जे वाले पूर्वी यूक्रेन से दागी गई। यह जानकारी मंगलवार को एक डच दैनिक में प्रकाशित हुई है।
अंतिम रिपोर्ट को मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय समयानुसार 11 बजकर 15 मिनट पर डच सैन्य अड्डे पर आधिकारिक तौर से जारी किया जाना है। इस रिपोर्ट के साथ ही 15 माह से चले आ रहे उन कयासों पर लगाम लग सकती है कि आसमान में बोइंग 777 क्यों दुर्घटनाग्रस्त हुआ इस घटना में विमान में सवार सभी 298 लोगों की मौत हो गई थी।
जांच के तीन करीबी सूत्रों के हवाले से प्रतिष्ठित वोल्क्सक्रांत दैनिक ने कहा कि जांच में पाया गया है कि 17 जुलाई 2014 को विमान पर जमीन से आकाश में मार कर सकने वाली बीयूके मिसाइल दागी गई थी। उस समय यह विमान एम्सटर्डम से कुआलालंपुर जा रहा था।
इस रिपोर्ट में दुर्घटनास्थल के नक्शे हैं। विमान का मलबा यूक्रेन के गांव ग्रैबोव के आसपास स्थित खेतों में और रूस समर्थक अलगाववादियों के नियंत्रण वाले दोनेत्स्क नामक इलाके में बिखरा था। यह रिपोर्ट मास्को के उस दावे को खारिज करती है, जिसके अनुसार, विमान पर यूक्रेनी सैनिकों ने मिसाइल दागी थी। यह दावा इसलिए खारिज हो जाता है क्योंकि विमान क्षेत्र से लगभग 33 हजार फुट की ऊंचाई पर उड़ रहा था।
डच अभियोजकों द्वारा जारी एक पथक जांच के बीच, अंतरराष्ट्रीय जांचकर्ताओं के दल का नेतृत्व करने वाले डच सुरक्षा बोर्ड ने इस बात पर जोर दिया कि उसे मिसाइल दागने वाले का पता लगाने का निर्देश नहीं मिला था। इस बीच, दो सूत्रों ने वोल्क्सक्रांत को बताया कि बीयूके मिसाइल का विकास और निर्माण रूस में किया गया है। इनमें से एक सूत्र ने अखबार को बताया, ऐसा माना जा सकता है कि विद्रोही ऐसा कोई उपकरण चलाने में समर्थ नहीं होंगे। मुझे रूस के पूर्व सैन्य अधिकारियों की संलिप्तता का संदेह है।
अंतिम रिपोर्ट को मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय समयानुसार 11 बजकर 15 मिनट पर डच सैन्य अड्डे पर आधिकारिक तौर से जारी किया जाना है। इस रिपोर्ट के साथ ही 15 माह से चले आ रहे उन कयासों पर लगाम लग सकती है कि आसमान में बोइंग 777 क्यों दुर्घटनाग्रस्त हुआ इस घटना में विमान में सवार सभी 298 लोगों की मौत हो गई थी।
जांच के तीन करीबी सूत्रों के हवाले से प्रतिष्ठित वोल्क्सक्रांत दैनिक ने कहा कि जांच में पाया गया है कि 17 जुलाई 2014 को विमान पर जमीन से आकाश में मार कर सकने वाली बीयूके मिसाइल दागी गई थी। उस समय यह विमान एम्सटर्डम से कुआलालंपुर जा रहा था।
इस रिपोर्ट में दुर्घटनास्थल के नक्शे हैं। विमान का मलबा यूक्रेन के गांव ग्रैबोव के आसपास स्थित खेतों में और रूस समर्थक अलगाववादियों के नियंत्रण वाले दोनेत्स्क नामक इलाके में बिखरा था। यह रिपोर्ट मास्को के उस दावे को खारिज करती है, जिसके अनुसार, विमान पर यूक्रेनी सैनिकों ने मिसाइल दागी थी। यह दावा इसलिए खारिज हो जाता है क्योंकि विमान क्षेत्र से लगभग 33 हजार फुट की ऊंचाई पर उड़ रहा था।
डच अभियोजकों द्वारा जारी एक पथक जांच के बीच, अंतरराष्ट्रीय जांचकर्ताओं के दल का नेतृत्व करने वाले डच सुरक्षा बोर्ड ने इस बात पर जोर दिया कि उसे मिसाइल दागने वाले का पता लगाने का निर्देश नहीं मिला था। इस बीच, दो सूत्रों ने वोल्क्सक्रांत को बताया कि बीयूके मिसाइल का विकास और निर्माण रूस में किया गया है। इनमें से एक सूत्र ने अखबार को बताया, ऐसा माना जा सकता है कि विद्रोही ऐसा कोई उपकरण चलाने में समर्थ नहीं होंगे। मुझे रूस के पूर्व सैन्य अधिकारियों की संलिप्तता का संदेह है।
0 comments:
Post a Comment