नई दिल्ली : 36 राफेल जेट विमानों की खरीद पर वार्ता
में गतिरोध का हल हो जाने का संकेत देते हुए रक्षा खरीद परिषद ने इस दिशा
में हुई प्रगति पर आज संतोष जाहिर किया और भारतीय वार्ताकार टीम से सौदे के
सिलसिले में आगे बढ़ने को कहा है। इसका मतलब है कि भारत और फ्रांस के बीच
सरकार से सरकार स्तर के समझौता पर जल्द हस्ताक्षर होने की संभावना है ताकि
लड़ाकू विमानों के लिए आखिरी अनुबंध का मार्ग प्रशस्त हो सके।
रक्षा मंत्रालय की शीर्ष खरीद परिषद की मंगलवार शाम यहां रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें रूस से 48 एमआई 17 वी 5 हेलीकॉप्टरों की 6,966 करोड़ रूपये के सौदे को भी मंजूरी दी गई। साथ ही वायुसेना के लिए आकाश मिसाइलों की सात अतिरिक्त स्क्वाड्रन और नौसेना के लिए आठ चेतक हेलीकॉप्टरों की खरीद को मंजूरी दी गई। राफेल लड़ाकू विमानों पर रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि वार्ताकार समिति ने डीएसी को अब तक हुई प्रगति से अवगत कराया। रक्षा सूत्रों ने बताया कि इसका मतलब है कि गतिरोध टूट गया है। वहीं, फ्रांसीसी रक्षा मंत्री जनी वाई ली के ड्रेइन के आज रात पहुंचने की उम्मीद थी लेकिन उनकी यात्रा में विलंब है। रक्षा मंत्रालय अधिकारियों ने इस पर कुछ नहीं कहा है। सूत्रों ने बताया कि वह जल्द ही यात्रा करेंगे।
रक्षा मंत्रालय की शीर्ष खरीद परिषद की मंगलवार शाम यहां रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें रूस से 48 एमआई 17 वी 5 हेलीकॉप्टरों की 6,966 करोड़ रूपये के सौदे को भी मंजूरी दी गई। साथ ही वायुसेना के लिए आकाश मिसाइलों की सात अतिरिक्त स्क्वाड्रन और नौसेना के लिए आठ चेतक हेलीकॉप्टरों की खरीद को मंजूरी दी गई। राफेल लड़ाकू विमानों पर रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि वार्ताकार समिति ने डीएसी को अब तक हुई प्रगति से अवगत कराया। रक्षा सूत्रों ने बताया कि इसका मतलब है कि गतिरोध टूट गया है। वहीं, फ्रांसीसी रक्षा मंत्री जनी वाई ली के ड्रेइन के आज रात पहुंचने की उम्मीद थी लेकिन उनकी यात्रा में विलंब है। रक्षा मंत्रालय अधिकारियों ने इस पर कुछ नहीं कहा है। सूत्रों ने बताया कि वह जल्द ही यात्रा करेंगे।
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