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सावधान! फिर से आ रहा है रावण, और भी विकराल रूप में दिखेगा

विश्व के सबसे ऊंचे रावण का निर्माण कार्य अंतिम पड़ाव में है. रामलीला क्लब बराड़ा के सदस्य इसे अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं. जल्द ही ये पुतले का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद इसे लोगों को दिखाने के लिए खड़ा कर दिया जाएगा और दशहरे के मौके पर इसका दहन किया जाएगा.
दहन से पांच दिन पहले बराड़ा महोत्सव के नाम से रंगारंग कार्यक्रम के बाद रावण के पुतले का दहन किया जाएगा. रामलीला क्लब के संस्थापक तजेन्द्रि चौहान ने बताया कि इस साल रावण के पुतले की ऊंचाई लगभग 210 फुट होगी.
क्लब के प्रधान चौहान बताते हैं कि रावण के पुतले को बनाने में 35 क्विंटल लोहा, 25 क्विंटल बांस, 1500 मीटर कपड़ा, एक हजार मीटर बोरी-टाट, 5 क्विंटल लेई, 3 क्विंटल फाइबर का प्रयोग किया गया है. इसके निर्माण पर लगभग 20 लाख रुपए का खर्च आया है.
गौरतलब है कि रावण की वजह से बराड़ा की अपनी एक अलग ही पहचान विश्व मानचित्र पर बनी है. दशहरा के पर्व पर दुनियाभर से लोग इस विश्व के सबसे ऊंचाई वाले रावण के पुतले के दहन के वक्त गवाह बनते हैं.
सावधान! फिर से आ रहा है रावण, और भी विकराल रूप में दिखेगा
समय बढऩे के साथ-साथ बराड़ा के रावण के पुतले की लंबाई भी बढ़ते-बढ़ते आज के समय लगभग 210 फुट हो चुकी है. रामलीला क्लब के संस्थापक और प्रधान तेजिन्द्र चौहान का कहना है कि उन्होंने साल 1987  में रावण का पुतला बनाना शुरू किया था, लेकिन उस समय पुतले की लंबाई सामान्य पुतलों की जैसी थी.
उसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा. हर साल अपने हाथों से रावण का पुतला बनाने की कवायद शुरू हो चुकी थी. उन्होंने पुतले में कभी 5 तो कभी 10 फुट की ऊंचाई में बढ़ोतरी की. इसके बाद साल 1998 में 100 फुट का पुतला बनाया गया, जो कि विश्व में सबसे ऊंचा पुतला था.
इसे बनाने के लिए आगरा से विशेष कारीगर बुलाए गए थे. इसके बाद से तो आगरा से मुस्लिम कारीगर इस पुतले को हर साल बनाने को आने लगे. साल 2005 में ये पुतला 185 फुट का हो गया. इस समय इसको बनाने में लगभग दस लाख रुपए का खर्च आया है.
चौहान आगे बताते हैं कि 2009 से लेकर 2014 तक बराड़ा के रावण के पुतले को लिम्का बुक में सबसे ऊंचा रावण का खिताब मिल चुका है और हर बार हम अपना रिकॉर्ड खुद ही पहले से ऊंचा रावण का पुतला बनाकर तोड़ते हैं, लेकिन अब आगरा के कारीगर इसका निर्माण नहीं करते. वहीं क्लब के सब लोग मिलकर इस पुतले को खुद ही तैयार करते हैं.
चार बार लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम हुआ दर्ज  
बराड़ा में बनने वाले पुतले को विश्व के सबसे ऊंचाई वाले पुतले को साल 2011, 2013, 2014 और 2015 तक अबतक चार बार लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज किया जा चुका है.
पिछले साल जो रावण का पुतला बनाया गया था, उसकी ऊंचाई लगभग 210 फुट रही थी. इस साल भी रावण के पुतले की लंबाई लगभग 210 फुट रहेगी और हर बार की तरह बराड़ा में रावण के पुतले को लेकर बराड़ा महोत्सव के कार्यक्रम का आयोजन होगा, जिसमें हास्य कवि सम्मेलन, सूफी और पंजाबी गायक बराड़ा महोस्तव में हिस्सा लेंगे.
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