वन रैंक वन पेंशन लागू करने को लेकर मोदी सरकार जल्द ऐलान करने वाली है.
सरकार से जुड़े सूत्रों ने बताया कि वन रैंक वन पेंशन 1 जुलाई, 2014 से
लागू होगा और पूर्व सैनिकों को छह-छह महीने की चार किश्तों में एरियर दिया
जाएगा.
चार किश्तों में दिया जाएगा एरियर
पूर्व सैनिकों की विधवाओं को पूरा बकाया एकमुश्त दिया जाएगा. साल 2013 को आधार मानकर वन रैंक वन पेंशन का फॉर्मूला लागू होगा. रिटायर्ड अफसरों की पेंशन में समानता के लिए हर पांच साल में पेंशन में संशोधन किया जाएगा.
10 से 12 हजार करोड़ खर्च होंगे
सरकार का अनुमान है कि वन रैंक वन पेंशन का एरियर देने में सरकारी खजाने पर 10 से 12 हजार करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा. पिछली सरकार ने 2014 के बजट में इसके लिए 500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया था, लेकिन इस पर 8 से 10 हजार करोड़ खर्च होंगे, जिसमें भविष्य में बढ़ोतरी भी होगी.
वीआरएस लेने वाले सैनिकों को नहीं मिलेगा लाभ
हालांकि वन रैंक वन पेंशन का फायदा स्वैच्छिक रिटायरमेंट यानी वीआरएस लेने वाले सैनिकों को नहीं मिलेगा.
चार किश्तों में दिया जाएगा एरियर
पूर्व सैनिकों की विधवाओं को पूरा बकाया एकमुश्त दिया जाएगा. साल 2013 को आधार मानकर वन रैंक वन पेंशन का फॉर्मूला लागू होगा. रिटायर्ड अफसरों की पेंशन में समानता के लिए हर पांच साल में पेंशन में संशोधन किया जाएगा.
10 से 12 हजार करोड़ खर्च होंगे
सरकार का अनुमान है कि वन रैंक वन पेंशन का एरियर देने में सरकारी खजाने पर 10 से 12 हजार करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा. पिछली सरकार ने 2014 के बजट में इसके लिए 500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया था, लेकिन इस पर 8 से 10 हजार करोड़ खर्च होंगे, जिसमें भविष्य में बढ़ोतरी भी होगी.
वीआरएस लेने वाले सैनिकों को नहीं मिलेगा लाभ
हालांकि वन रैंक वन पेंशन का फायदा स्वैच्छिक रिटायरमेंट यानी वीआरएस लेने वाले सैनिकों को नहीं मिलेगा.
0 comments:
Post a Comment