चेहरे पर भावुकता, आंखों में आंसू और दिल में उमड़ी भावनाओं के साथ सोमवार को अपने घरेलू मैदान पर भारत के खिलाफ सीरीज का दूसरा टेस्ट खेलकर श्रीलंका के महान बल्लेबाज कुमार संगकारा ने अपने 15 वर्ष के सुनहरे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पर विराम लगा दिया।
मैदान पर बेहद ही आक्रामकता के साथ खेलने वाले 37 वर्षीय संगकारा के चेहरे पर विदाई लेने के समय अपनी टीम के एक बड़े भाई जैसा विनम्र भाव था, जो अपने पीछे एक ऐसी क्रिकेट टीम छोड़कर जा रहे हैं जिसे अब श्रीलकाई क्रिकेट का भविष्य संभालना है।
बल्लेबाज संगकारा को जब कुछ कहने के लिये माइक दिया गया तो वह अपने क्रिकेट करियर के इस आखिरी क्षण पर बेहद भावुक हो गये। उन्होंने सबसे पहले अपने स्कूल प्रिंसीपल, कोच, अपने परिवार, प्रशंसकों और फिर क्रिकेट टीम का इस समर्थन के लिये धन्यवाद किया। हालांकि जैसे ही संगकारा ने अपने परिवार की ओर देखा वह भावुक हो गये।
आंखों में आंसू और गला भरने के कारण संगकारा कुछ देर रुके और फिर उन्होंने कहा कि मुझसे जब भी कहा जाता है कि मेरी प्रेरणा कौन है, तो मैं कहूंगा कि मेरा परिवार ही मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा है। मेरे परिवार ने मुझे हमेशा समर्थन किया है और चाहे मैं जीतूं या हारूं मेरे साथ खड़े रहे हैं।
संगकारा इसके बाद काफी भावुक हो गये। उन्होंने खुद को संभालते हुये कहा कि मैं आपको शर्मिंदा नहीं करना चाहता। मैं इस तरह से भावुक नहीं होना चाहता। मैं वैसे भावुक होता भी नहीं, लेकिन यह पल ऐसा है जब मेरा परिवार आज यहां मेरे लिये मौजूद हैं और मैं अपने इतने सफल क्रिकेट करियर को अलविदा कहने जा रहा हूं। इस दौरान संगकारा के माता पिता और उनकी पत्नी भी मैदान पर मौजूद थे, जो काफी भावुक हो गये।
श्रीलंकाई क्रिकेट के सबसे सफल क्रिकेटरों में से एक संगकारा को विदाई देने के समय देश के राष्ट्रपति मैत्रीपाला श्रीसेना सहित श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के कई अधिकारी मौजूद थे, जिन्होंने अपनी भाषा में संगकारा की प्रशंसा की। पूर्व श्रीलंकाई कप्तान ने कहा कि मैं अपनी टीम और ड्रैंसिंग रूम को बेहद याद करूंगा। कितनी बार हम क्रिकेट के बारे में बात करते थे तो कितनी ही बार बेवजह की बातें कर हंसा करते थे। टीम के साथ इतने लंबे समय तक बिताये समय को मैं सबसे अधिक याद करूंगा। ये टीम मेरे लिये एक परिवार जैसी है और अब श्रीलंकाई क्रिकेट का भविष्य इन्हें संभालना है।
उन्होंने मौजूदा कप्तान एंजेलो मैथ्यूज की प्रशंसा की और अपने टीम साथियों को मजबूती से आगे बढ़ने की सलाह दी। संगकारा ने कहा कि मैथ्यूज आपने टीम को बहुत अच्छी तरह से अब तक संभाला है और मुझे आप पर गर्व है। बिना किसी डर के आगे बढ़ते रहना। डरने की जरूरत नहीं है और हिम्मत से इस टीम को आगे ले जाने की जिम्मेदारी अब आपके कंधों पर है।
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