गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के बाद दस दिन का गणपति उत्सव आज सम्पन्न हो जाएगा। महाराष्ट्र में बृहन्न मुंबई नगर निगम ने आज अनंत चतुर्दशी पर गणपति विसर्जन के लिए व्यापक प्रबंध किए हैं। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश भर में 10 दिवसीय गणेश उत्सव के तहत प्रतिमाओं के विसर्जन आज से शुरू हो गया हैं। भोपाल में गणेश मूर्ति विसर्जन के लिए जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस सतर्क है। सभी विसर्जन घाटों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। गोताखोर और पुलिसकर्मी 24 घंटे तैनात होंगे। बड़ी मूर्तियों को क्रेन और छोटी को कुंड में विसर्जित किया जाएगा। वहीं, शहर में जुलूस रूट पर कुंड के अलावा स्टॉल भी लगेंगे।
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा ॥
गणपति जी का विसर्जन धूम के साथ तालाब, नदी या झील में किया जाता है। आइए जानते हैं गणपति विसर्जन की विधि के बारे में। अनंत चतुर्दशी तिथि पर गणेश विसर्जन से पहले बप्पा की विधि-विधान के साथ पूजा करें, इनकी पूजा में गणेश जी को चंदन, हल्दी, मोदक, पुष्प और दुर्वा अर्पित करते हुए आरती करें। फिर इसके बाद बप्पा का आशीर्वाद लेते हुए उनकी विदाई करते हुए गणपति की मूर्ति के आकार का कोई टब लें और उसमें पानी भरकर उसमें गणपति को विसर्जित करे दें। इसके बाद पानी में बप्पा की मूर्ति पूरी तरह के धुल जाए तो इस पानी को किसी पवित्र नदी या फिर घर पर गमले में डाल दें। आप बप्पा की मूर्ति की मिट्टी में किसी पौधे का बीज लगा सकते हैं।
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