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विकसित भारत के निर्माण की नींव रखने वाला है बजट- चौहान


केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनकल्याणकारी बजट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन का आभार जताते हुए किसानों-ग्रामीणों, गरीब वर्ग, युवाओं, महिलाओं सहित समाज के सभी वर्गों को बधाई और शुभकामनाएं दी है। चौहान ने कहा कि भारत की आत्मा है गांव और प्राण है किसान। आज का बजट ग्रामीण विकास और कृषि क्षेत्र की प्रगति में नए आयामों को स्थापित करेगा।


चौहान ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह विकसित भारत के निर्माण की नींव रखने वाला बजट है। वैभवशाली, गौरवशाली, संपन्न, समृद्ध और शक्तिशाली भारत के निर्माण का बजट है। बजट मेें विशेषकर किसान, गरीब, महिलाएं, युवा और मध्यम वर्ग के कल्याण पर विशेष रूप से ध्यान दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह बजट इन सब वर्गों के जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन लाएगा।

उन्होंने कहा कि किसान की दृष्टि से अगर देखा जाए तो इसमें सभी पक्षों पर ध्यान दिया गया है, उत्पादन बढ़ाना, क्योंकि लाभ तभी होगा, जब उत्पादन बढ़ेगा, उसके लिए फल-सब्जी और अनाज की 109 नई वैरायटी जारी की जाएगी, जो जलवायु अनुकूल होगी और ग्लोबल वार्मिंग के मौजूदा खतरे में चाहे ज्यादा तापमान हो या कम पानी हो, अच्छा उत्पादन देगी। चौहान ने कहा कि न केवल उत्पादन बढ़ाने की बात है, अपितु इस बजट में लागत घटाने के प्रयत्ïन भी हैं, किसान क्रेडिट कार्ड हो या सस्ता ऋण, इनसे किसानों की लागत घटेगी।

प्राकृतिक खेती के मिशन में किसानों को प्रशिक्षित करेंगे

चौहान ने बताया कि प्राकृतिक खेती के मिशन में हम किसानों को प्रशिक्षित करेंगे, प्राकृतिक खेती में केमिकल फर्टिलाइजर का इस्तेमाल नहीं होगा तो जो उत्पाद होगा, वह फल-सब्जी हो या अनाज, वे मनुष्य के लिए बहुत हितकारी होगा। प्राकृतिक खेती होने से लोग बीमारियों से बचेंगे और धरती का स्वास्थ्य भी सुधरेगा। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि जैसी योजना से जो छोटे और सीमांत किसान हैं, उनकी लागत में कमी आएगी। इनपुट डालने का मौका उन्हें इस राशि से मिलेगा। उत्पादन के ठीक दाम देने के लिए एमएसपी पर खरीदी सुनिश्चित की गई है और सरकार ने हाल ही में खरीफ की 14 फसलों की एमएसपी की दरें जारी की है, उससे किसानों को ठीक दाम मिलना सुनिश्चित होगा। कृषि में डिजिटल इंफ्रा तैयार करने की बात कही गई है, जिससे किसान कई परेशानियों से बचेंगे। विशेषकर दलहन-तिलहन का उत्पादन बढ़े और किसानों को भी ठीक दाम मिले, इसलिए उड़द, मसूर, अरहर जो किसान पैदा करेंगे, वह पूरी उेच पर खरीद होगी। उसके लिए समृद्धि पोर्टल भी लांच किया गया है।

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