नई दिल्ली : शनिवार, जुलाई 13, 2024/ नीति आयोग ने कल एसडीजी इंडिया इंडेक्स 2023-24 जारी किया और कहा कि वैश्विक प्रतिकूलताओं के बावजूद भारत सतत विकास लक्ष्यों की ओर आगे बढ़ रहा है। एसडीजी इंडिया इंडेक्स सतत विकास लक्ष्यों पर राष्ट्रीय और उपराष्ट्रीय प्रगति को मापने के लिए देश का प्रमुख उपकरण है। सूचकांक को नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी ने नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रमण्यम और अन्य लोगों की उपस्थिति में लॉन्च किया था।
सुब्रमण्यम ने कहा कि भारत का समग्र स्कोर 2018 में 57 से बढ़कर 2020-21 में 66 हो गया और 2023-24 में 71 हो गया। एसडीजी इंडिया इंडेक्स 113 संकेतकों पर सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की राष्ट्रीय प्रगति को मापता है और ट्रैक करता है। यह प्रत्येक राज्य और केंद्रशासित प्रदेश के लिए 16 एसडीजी पर लक्ष्य-वार स्कोर की गणना करता है। ये अंक शून्य से सौ के बीच होते हैं। यदि कोई राज्य या केंद्रशासित प्रदेश 100 का स्कोर प्राप्त करता है, तो यह दर्शाता है कि उसने लक्ष्य प्राप्त कर लिया है। सूचकांक न केवल उपलब्धियों पर प्रकाश डालता है, बल्कि राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को परिणाम-आधारित अंतरालों को पाटने के लिए एक-दूसरे से सीखने के लिए भी प्रोत्साहित करता है।
नीति आयोग के सीईओ ने कहा कि खाद्य और पोषण सुरक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा, विद्युतीकरण, सभी के लिए आवास, स्वच्छता, स्वच्छ खाना पकाने के ईंधन और ऊर्जा सुनिश्चित करने पर सरकार के फोकस ने सुधार में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
एसडीजी उपलब्धियों को सुविधाजनक बनाने वाले प्रमुख हस्तक्षेपों में पीएम आवास योजना के तहत चार करोड़ से अधिक घर, और ग्रामीण क्षेत्रों में ग्यारह करोड़ शौचालय और 2.23 लाख सामुदायिक स्वच्छता परिसर शामिल हैं। सुब्रमण्यम ने पीएम उज्ज्वला योजना के तहत दस करोड़ एलपीजी कनेक्शन और जल जीवन मिशन के तहत 14.9 करोड़ से अधिक घरों में नल के पानी के कनेक्शन का भी हवाला दिया, जिससे एसडीजी की उपलब्धियां हासिल हुईं।
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