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Parliament Update: पुलिस को आशंका, साजिश का मुख्य आरोपी कोई और, आतंकवाद निरोधक कानून के तहत केस

Parliament Update: दिल्ली। संसद भवन की सुरक्षा में चूक के बाद से जांच एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। बुधवार दोपहर हुए इस सनसनीखेज घटनाक्रम में कुछ 6 आरोपियों की पहचान हुई है, जिनमें से 5 को गिरफ्तार कर लिया गया है। छठे की तलाश जारी है। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने यूएपीए धारा के तहत मामला दर्ज किया है. जांच चल रही है। इस बीच, गुरुवार को इस मुद्दे पर संसद में हंगामा हो सकता है। माना जा रहा है कि इस घटना के तार कुछ ज्यादा लंबे हो सकते हैं।



 इंडिया गेट पर मिले थे सभी आरोपी

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोपियों ने साजिश को अंजाम देने से पहले संसद के बाहर की रेकी की थी।


सभी आरोपी एक सोशल मीडिया पेज 'भगत सिंह फैन क्लब' से जुड़े हैं।


लगभग डेढ़ साल पहले सभी लोग मैसूर में मिले थे। सागर जुलाई में लखनऊ से आया था, लेकिन संसद भवन में प्रवेश नहीं कर सका था।

 

10 दिसंबर को एक-एक करके सभी अपने-अपने राज्यों से दिल्ली पहुंचे। इंडिया गेट के पास इकट्ठा हुए, जहां सभी को रंगीन पटाखे बांटे गए।


 मुख्य आरोपी कोई और

 समाचार एजेंसी पीटीआई ने दिल्ली पुलिस के सूत्रों के हवाले से बताया है कि संसद भवन में दहशत फैलाने की साजिश के पीछे मुख्य आरोपी कोई और है। जांच जारी है और जल्द ही इसका खुलासा हो जाएगा। 


 पिता बोला- दोषी है तो फांसी दे दो

 आरोपियों में शामिल मनोरंजन मैसूर का रहने वाला है और इंजीनियरिंग का छात्र है। पिता खेती करते हैं। मनोरंजन खेती में उनका हाथ बंटाता है। मामला सामने आने के बाद पिता दुखी हैं। उनका कहना है कि यदि उनका बेटा दोषी पाया जाता है तो उसे फांसी दे दी जाए। 


मैं 15 साल से मैसूर में रह रहा हूं। मनोरंजन ने अपनी पूरी पढ़ाई यहां की है। वह अच्छा लड़का है।  उनका इरादा बुरा नहीं है। उसका किसी राजनीतिक पार्टी से संबंध नहीं है। उसने जो कुछ भी किया है, वह निंदनीय है। अगर कुछ गलत किया है तो उसे फांसी पर लटका दो। - देवराजे गौड़ा, आरोपी मनोरंजन के पिता



 आज हंगामे के आसार

सुरक्षा में चूक के मामले पर संसद में आज भी हंगामे के आसार है। इसी मुद्दे पर विपक्षी दलों के गठबंधन INDIA ने बैठक बुलाई है। हालांकि मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। इस पर बुधवार शाम को भी लोकसभा स्पीकर के साथ सांसदों की बैठक हुई थी। जिसके बाद लोकसभा सचिवालय के अनुरोध पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। सीआरपीएफ के महानिदेशक (डीजी) अनीश दयाल सिंह की अध्यक्षता वाली जांच समिति में अन्य सुरक्षा एजेंसियों के सदस्य और विशेषज्ञ भी शामिल होंगे।  


 ललित झा की तलाश जारी

 घटना को अंजाम देने वालों में छठा आरोपी ललिता झा भी शामिल था। यह अभी फरार है। इसने बाहर हंगामा कर रहे अमोल और नीलम के वीडियो बनाकर इंस्टाग्राम पर अपलोड किए।  


 पांच गिरफ्तार, छठे आरोपी की तलाश जारी


पूरी घटना को बहुत ही योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया। 


सागर शर्मा और मनोरंजन डी. सदन के भीतर कूदे और जूतों में छिपाकर ले जाए गए कलर स्मोक क्रैकर के जरिये हल्के पीले रंग का धुआं उड़ाया।


उसी समय संसद भवन की बाउंड्री के ठीक बाहर परिवहन भवन के सामने अमोल शिदे और नीलम ने नारेबाजी के साथ लगभग वैसा ही रंगीन धुआं उड़ाया। 


ललिता झा ने इनके वीडियो बनाए और सोशल मीडिया पर प्रसारित किए।


संसद आने से पहले ये पांचों आरोपी गुरुग्राम में विक्रम के घर पर रुके थे।


पुलिस ने विक्रम और उसकी पत्नी को भी हिरासत में लिया है।


 सामने आया कारण

संसद भवन में हंगामा करने वाले आरोपियों में से एक अमोल ने बताया कि वे लोग किसानों के विरोध प्रदर्शन, मणिपुर संकट, बेरोजगारी जैसे मुद्दों से नाराज थे, इसीलिए उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया। 

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