धनतेरस के मौके पर पूरे देश के बाजारों में गजब की रौनक नजर आ रही है. धनतरेस से शुरू हुए पंचदिवसीय दीप महोत्सव के त्योहारों बाजारों में उत्साह है. तो ट्रेडर्स फेडरेशन के मुताबिक धनतरेस पर मौके पर पूरे देश में 50,000 करोड़ रुपये से ज्यादा कारोबार देखने को मिला है. जिसमें 27,000 करोड़ रुपये के सोने या उसकी ज्वेलरी की लोगों ने खरीदारी की है.
30,000 करोड़ रुपये के बिके सोने-चांदी
ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डसमीथ फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने बताया कि धनतरेस पर सोने-चांदी और अन्य कीमती नस्तुओं का लगभग 30,000 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ है. सोने और सोने की ज्वेलरी के सेल्स का आंकड़ा 27,000 करोड़ रुपये का रहा है. 3,000 करोड़ रुपये के करीब चांदी या उसके सामानों की बिक्री हुई है. पिछले वर्ष 2022 में धनतेरस सोने-चांदी का 25,000 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था.
41 टन सोने की बिक्री
2022 में सोने के दाम 52000 रुपये प्रति 10 ग्राम था जबकि उस बार यह 62000 रुपये प्रति 10 ग्राम में मिल रहा है. चांदी पिछली दिवाली पर 58000 रुपये किलो के भाव पर बिका था जो इस वर्ष 72,000 रुपये प्रति किलो पर है. एक अनुमान के मुताबिक आज धनतेरस पर देश मे लगभग 41 टन सोना और तकरीबन 400 टन चांदी के गहने ओर सिक्के की बिक्री हुई है.
देशभर में 50,000 करोड़ रुपये का कारोबार
ट्रेडर्स फेडरेशन कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के एक अनुमान के मुताबिक देश भर में धनतरेस के मौके पर 50 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का व्यापार हुआ है जबकि केवल राजधानी दिल्ली में ही 5,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का व्यापार हुआ है. कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि बाजारों में गजब की रौनक नजर आ रही और लोग सोने - चांदी के साथ श्री गणेश जी, श्री लक्ष्मी जी, श्री कुबेर जी की मूर्तियां अथवा चित्रों को खरीद रहे हैं. बर्तन, रसोई के उपकरण, इलेक्ट्रॉनिक्स वस्तुएं सहित झाड़ू खरीदने को शुभ माना जाता है तो इसकी भी भारी मांग है. दिवाली के लिए मिट्टी के दीये, बंदनवार, घर एवं ऑफिस को सजाने की वस्तुओं, फर्निशिंग फैब्रिक, दिवाली पूजन सामग्री भी बिक रहा है.
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