भोपाल: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक ही परिवार के चार लोगों ने जान दी है। पति-पत्नी ने फांसी लगाकर खुदकुशी की है। वहीं, दो बच्चों की मौत संभवत: जहर के कारण हो गई है। पूरा मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र का है। पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई है।
इसके साथ ही मामले की जांच शुरू हो गई है। मृतक परिवार के कमरे से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। उस नोट में कर्ज का जिक्र है।
शुरुआती जानकारी के अनुसार परिवार कर्ज से परेशान था। पुलिस सुसाइड नोट को कब्जे में ले लिया है। साथ ही पड़ोसियों से भी पूछताछ की जा रही है। घटना की सूचना मिलने के बाद परिवार के लोग मौके पर पहुंच गए हैं। शव को फंदे से पुलिस ने उतार लिया है। इसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा।
पुलिस परिवार के बारे में जानकारी जुटा रही है। इसके बाद यह साफ हो पाएगा कि परिवार ने जान क्यों दी है।मृतक ने सुसाइड नोट में लिखा है कि मैं मजबूर हूं। मेरे जाने के बाद शायद सब अच्छा हो जाएगा।
साथ ही मेरे जाने के बाद मेरे परिवार वालों को लोन के लिए परेशान नहीं किया जाए। मैं पूरे परिवार से माफी मांगता हूं। हमें माफ कर दें। मेरा साथ यहीं तक था। मृतक का नाम भूपेंद्र विश्वकर्मा है। वहीं, बच्चे तीन और आठ साल के हैं।
दरअसल, मृतक ने सुसाइड नोट में लिखा है कि ज्यादा कमाई की लालच में मैं एक ऑनलाइन कंपनी के चक्कर में फंस गया था। अपनी नौकरी के साथ मैं जुड़ा हुआ था। मैं कैसे उस कंपनी के लोन के जाल में फंस गया। यह पता ही नहीं चला है। धीरे-धीरे मुझे पर कर्ज का जाल बढ़ता गया। मैं इसके बारे में किसी को जानकारी नहीं दे पा रहा था। यहां तक की मेरी पत्नी को भी इसके बारे में जानकारी नहीं थी।
दरअसल, मृतक ने सुसाइड नोट में लिखा है कि ज्यादा कमाई की लालच में मैं एक ऑनलाइन कंपनी के चक्कर में फंस गया था। अपनी नौकरी के साथ मैं जुड़ा हुआ था। मैं कैसे उस कंपनी के लोन के जाल में फंस गया। यह पता ही नहीं चला है। धीरे-धीरे मुझे पर कर्ज का जाल बढ़ता गया। मैं इसके बारे में किसी को जानकारी नहीं दे पा रहा था। यहां तक की मेरी पत्नी को भी इसके बारे में जानकारी नहीं थी।
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