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Dengue Fever: बारिश में डेंगू के मच्छरों से ज्यादा खतरा, रखें सावधानी

 


Dengue Fever:  बारिश के मौसम में रुके हुए पानी में मलेरिया के साथ-साथ डेंगू मच्छर के पनपने से डेंगू बुखार हो सकता है, जो मौत का कारण बन सकता है। बारिश में जब तापमान में वृद्धि होती है और जल जमा होने लगता है तो यह डेंगू मच्छरों के पनपने के लिए उत्तम वातावरण निर्मित हो जाता है। लक्षण आमतौर पर मच्छर के काटने के बाद 4 दिन से लेकर 10 दिन में दिखाई देते हैं।

 डॉक्टर के मुताबिक कुछ लोगों में इसके लक्षण 10 दिनों से ज्यादा समय तक बने रह सकते हैं। देश में अधिकांश स्थानों पर डेंगू बुखार को  भी कहा जाता है।

डॉ के मुताबिक डेंगू फैलाने वाले एडीज मच्छर ज्यादातर सुबह और शाम के समय सक्रिय रहते हैं। सूर्योदय के बाद करीब 2 घंटे तक और शाम को सूर्यास्त होते समय 1 घंटे के लिए मच्छर ज्यादा सक्रिय होते हैं। 

इन तीनों घंटों में डेंगू मच्छरों से बचने की कोशिश करना चाहिए।डेंगू मादा एडीज मच्छर के काटने से लोगों में फैलता है। इन मच्छरों के काटने से जीका, चिकनगुनिया और पीला बुखार भी हो सकता है। डेंगू बुखार के लक्षण 4 से 10 दिन में दिखाई देते हैं। बीमार व्यक्ति को तेज बुखार, सिरदर्द और पीठ दर्द होता है। 

शरीर का तापमान 104 डिग्री तक बढ़ जाता है। ब्लड प्रेशर में भी कमी हो जाती है। कुछ मरीजों की आंखों में लालिमा आ जाती है और स्किन का रंग गुलाबी हो जाता है।डेंगू बुखार होने की स्थिति में लापरवाही नहीं करनी चाहिए। तत्काल डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। रोगी को तरल पदार्थों जैसे सूप, नींबू पानी और जूस आदि का सेवन ज्यादा करना चाहिए।

 डेंगू एक वायरल इंफेक्शन है, इसलिए रोगी को कोई भी एंटीबायोटिक का सेवन करने से पहले डॉक्टर से जरूर सलाह लेना चाहिए। डेंगू बुखार भी चार अलग-अलग प्रकार का होता है, इसलिए डॉक्टर की सलाह पर तत्काल लैब में जांच कराना चाहिए।

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