दिल्ली, 12 जुलाई| बाजारों में टमाटर की कीमतों में उछाल के बीच केंद्र सरकार ने बुधवार को कहा कि शुक्रवार से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में खुदरा दुकानों के माध्यम से टमाटर की रियायती कीमतों पर आपूर्ति की व्यवस्था की जा रही है।
देश में टमाटर का उत्पादन लगभग सभी राज्यों में होता है लेकिन दक्षिणी और पश्चिमी क्षेत्र के राज्यों का कुल उत्पादन में 56-58 प्रतिशत योगदान है। विभिन्न क्षेत्रों में उत्पादन सीज़न भी अलग-अलग होते हैं। जुलाई-अगस्त और अक्तूबर-नवंबर का मौसम आमतौर पर टमाटर के लिए कम उत्पादन का मौसम होता है। दक्षिणी और पश्चिमी राज्य, उत्पादन मौसम के आधार पर अन्य बाजारों को इसकी आपूर्ति करते हैं। बुवाई और कटाई के मौसम का चक्र और विभिन्न क्षेत्रों में उत्पादन की मौसमी-भिन्नता टमाटर की कीमतों में मौसमी उतार-चढ़ाव के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार हैं।
मंत्रालय ने कहा है कि वर्तमान में गुजरात, मध्य-प्रदेश और कुछ अन्य राज्यों के बाजारों में टमाटर की आवक, ज्यादातर महाराष्ट्र, विशेषकर सतारा, नारायणगांव और नासिक से होती है, जो इस महीने के अंत तक रहने की उम्मीद है। आंध्र प्रदेश की मदनपल्ले (चित्तूर) से भी उचित मात्रा में आवक जारी है। दिल्ली एनसीआर में टमाटर की आवक मुख्य रूप से हिमाचल प्रदेश से होती है और कुछ मात्रा कर्नाटक के कोलार से आती है। सरकार ने कहा है कि नासिक ज़िले से जल्द ही नई फसल की आवक होने की उम्मीद है। इसके अलावा अगस्त में नारायणगांव और औरंगाबाद बेल्ट से अतिरिक्त आपूर्ति आने की उम्मीद है। मध्यप्रदेश से भी आवक शुरू होने की उम्मीद है। परिणामस्वरूप निकट भविष्य में टमाटर की कीमतें कम होने की उम्मीद है।
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