SBI करोड़ों ग्राहकों के लेंडिंग रेट्स बढ़ने से लोन की EMI बढ़ जाएगी
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपने बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट (BPLR) बढ़ाने का ऐलान किया है। इसके साथ ही करोड़ों ग्राहकों के लोन का बोझ बढ़ जाएगा। इसके अलावा, बैंक ने अपने बेस रेट को भी बढ़ा दिया है। इसका मतलब हुआ कि जिन ग्राहकों ने बेस रेट पर एसबीआई से कर्ज लिया है, अब उनकी भी ईएमआई (EMI) बढ़ने वाली है. बैंक इन रेट्स को ही स्टैंडर्ड मानकर ग्राहकों को लोन देता है। बढ़ी हुई नई ब्याज दरें आज यानी 15 मार्च से लागू हो गई हैं। आपको बता दें कि इन दोनों दरों में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया हर तिमाही के आधार पर संशोधन करता है।
एसबीआई बैंक ने बीपीएलआर (BPLR) रेट में 70 बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया है। इसके साथ ही अब यह रेट 14.15% से 14.85% हो गया है। इसके अलावा, बैंक ने अपने बेस रेट को भी बढ़ाकर 9.40% पर्सेंट से 10.10% कर दिया है। इससे पहले बीपीएलआर (BPLR) को दिसंबर 2022 में बदला गया था और तब से अभी तक यह दर 14.15 फीसदी थी। इस दर के बढ़ने के बाद बीपीएलआर से जुड़े कर्ज की किस्तें भी बढ़ जाएंगी।
बीपीएलआर और बेस रेट बैंकों के पुराने बेंचमार्क्स हैं, जिनके आधार पर लोन दिए जाते थे. अब ज्यादातर बैंक एक्सटर्नल बेंचमार्क बेस्ड लेंडिंग (External Benchmark Based Lending Rate) रेट यानी ईबीएलआर (EBLR) अथवा रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (Repo Linked Lending Rate) यानी आरएलएलआर (RLLR) के आधार पर कर्ज देते हैं। बता दें कि अगले महीने की शुरुआत में रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक होने वाली है। ऐसा माना जा रहा है कि रिजर्व बैंक रेपो रेट को फिर से बढ़ा सकता है।
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