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हजार करोड़ से ज्यादा निवेश प्रस्तावों पर सहमति

 इंदौर । आटोमोबाइल इंडस्ट्रीज की मांग के अनुरूप कुशल कर्मिकों को तैयार करने के लिए पीथमपुर में नया स्किल डेवलपमेंट सेंटर खुलेगा। पीथमपुर की प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी आयशर प्रमुख उद्योग संगठन सीआइआइ के साथ मिलकर इस स्किल डेवलपमेंट सेंटर को संचालित करेगी। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने शुक्रवार को इंदौर में मप्र आटो शो के मंच से यह घोषणा की। प्रदेश के पहले आटो शो के दूसरे दिन मुख्यमंत्री इसमें शामिल हुए। मंच पर आने के पहले खास उद्योगपतियों से बी-टू-बी मीटिंग में चर्चा की। सूत्रों के अनुसार पीथमपुर और मप्र में आटोमोबाइल उद्योगों की ओर से हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के निवेश प्रस्तावों पर सहमति बन चुकी है। आटो शो के आखिरी में इन निवेश प्रस्तावों की घोषणा की जाएगी।


मंच पर आने के बाद मुख्यमंत्री ने बटन दबाकर 10 कंपनियों के 15 वाहनों पर से पर्दा हटाया और बाजार के लिए लांच किया। इसमें कार से लेकर अर्थमूवर्स, ट्रक, गारबेज वाहन और इलेक्ट्रिक स्कूल रिक्शा तक शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में पहला प्रवासी भारतीय सम्मेलन करवाने का ऐलान भी कर दिया। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि 9 और 10 जनवरी को प्रवासी भारतीय सम्मेलन इंदौर में होगा। दुनियाभर में जाकर बसे भारतीय खासकर मप्र के निवासी इस सम्मेलन में शामिल होंगे। आटो शो के दूसरे दिन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के साथ मंच पर प्रदेश के तीन कैबिनेट मंत्री और पीथमपुर के प्रमुख उद्योगपति व आटोमोबाइल उद्योग संगठनों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।औद्योगिक संगठनों के प्रमुखों ने मुख्यमंत्री के सामने क्षेत्र के औद्योगिक विकास और तरक्की के साथ भविष्य की रूपरेखा भी रखी। उद्योगपतियों ने कहा कि देश के आटो उद्योगों का कुल कारोबार करीब 100 बिलियन डालर है। इसमें से करीब 30 प्रतिशत हिस्सा हम निर्यात कर रहे हैं। उद्योगपतियों ने मुख्यमंत्री को सुझाव दिया कि एक्सपो को वार्षिक आयोजन के तौर पर मान्यता देते हुए हर वर्ष नियमित आयोजन की घोषणा की जाए। मंत्री दत्तीगांव ने मांग का समर्थन किया। मुख्यमंत्री ने माइक संभालते ही सबसे पहले हर साल आटो शो करवाने का ऐलान किया।

पीथमपुर में खुलेगा नया स्किल डेवलपमेंट सेंटर - मुख्यमंत्री ने कहा कि पीथमपुर को हम डेट्राइट नहीं बनाएंगे बल्कि ऐसा बनाएंगे कि दुनिया कहेगी कि हम अपने आटोमोबाइल औद्यौगिक क्षेत्र को पीथमपुर में बनाएंगे। पीथमपुर में स्थापित हो रहे आयशर-सीआइआइ स्किल डेवलपमेंट अकादमी शासन भवन और अधोसंरचना उपलब्ध करवाएगा। सेंटर का प्रबंधन सीआइआइ द्वारा किया जाएगा और तकनीकी ट्रेनिंग का जिम्मा आयशर संभालेगा। यहां ट्रेनिंग लेने वाले सभी युवाओं का प्लेसमेंट सुनिश्चित होगा। मौके पर ही मुख्यमंत्री ने सेंटर के लिए दो एकड़ भूमि और 40 हजार वर्गफीट भवन तत्काल आवंटित करने का निर्देश दिया। साथ ही कहा कि आगे आवश्यकता अनुसार अतिरिक्त भूमि और भवन भी दिया जाएगा। इस सेंटर में पहले से उद्योगों में काम रहे कर्मचारियों के लिए भी ट्रेनिंग हो सकेगी। प्रशिक्षण के लिए जापान, डेनमार्क और जर्मनी के विशेषज्ञों से करार किए जाएंगे।

उद्योगों के लिए घोषणाओं की झड़ी - मुख्यमंत्री ने उद्योगों और खासकर आटोमोबाइल क्षेत्र के लिए राहत भरी घोषणाओं की झड़ी लगा दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार मई में स्टार्टअप नीति के साथ इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए नई नीति घोषित करेगी। लोकेशन, पानी, जमीन की उपलब्धता के लिहाज से मप्र में उद्योगों के लिए आज भी आदर्श स्थिति है। इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपोनेंट मैन्यूफैक्चरिंग के लिए आ रही नई नीति में 40 प्रतिशत तक टैक्स राहत निवेश प्रोत्साहन सहायता के तहत उपलब्ध कराई जाएगी। अगर उद्योग निजी या अविकसित सरकारी भूमि पर स्थापित होते हैं तो बिजली, पानी, सड़क पर किए व्यय की प्रतिपूर्ति सरकार करेगी। उद्योगों को पावर टैरिफ में राहत मिलेगी। आरएंडडी के साथ गुणवत्ता प्रमाणन के लिए उद्योग द्वारा किए गए खर्च की प्रतिपूर्ति भी सरकार करेगी। उद्योग दिव्यांगजन को ट्रेनिंग देते हैं, नौकरी देते हैं तो कौशल विकास और पीएफ राशि की प्रतिपूर्ति भी मप्र सरकार करेगी। इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी, स्टाम्प ड्यूटी, अपशिष्ट प्रबंधन से जुड़े प्रस्तावों पर केस टू केस विचार कर राहत मिल सकेगी।

स्टार्टअप वाले मामा - स्टार्टअप पालिसी की घोषणा मुख्यमंत्री ने नहीं की लेकिन उसके अहम बिंदुओं को साझा किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मई माह में स्टार्टअप पालिसी आएगी। अगर युवाओं के पास आइडिया हैं तो उसमें लगाने के लिए धन की व्यवस्था तुम्हारा मामा करेगा। 50 लाख रुपये तक का लोन बिना गारंटी के मिलेगा। सरकार इसकी गारंटी लेगी। सिंगल विंडो सिस्टम में अनुमतियां 30 दिन में मिलेगी। बैंकों से कहा गया है कि अब यह नहीं चलेगा कि पैसा यहां का जमा हो और वे लोन कहीं ओर जाकर बांटे। उन्हें यहां के युवाओं को लोन बांटना ही होगा।

उद्योगों ने मांगा एक्जीबिशन सेंटर - सीआइआइ के चेयरमैन सुनील चौरड़िया ने मुख्यमंत्री से कहा कि इंदौर में एक विश्वस्तरीय एक्जीबिशन सेंटर की जरूरत है। सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए। ताकि विश्वस्तरीय औद्योगिक प्रदर्शनियां और आयोजन यहां हो सकें।

ये वाहन हुए लांच - आडी की इलेक्ट्रिकल कार ईट्रान, आयशर इलेक्ट्रिक बस, आयशर इलेक्ट्रिक बस लो फ्लोर,आयशर इलेक्ट्रिक ट्रक प्रो-ई 209, केस न्यू हालैंड का एक्सवेटर सीएस 220 अर्थमूवर्स, ल्यूगांग का अर्थमूवर्स, जीप इंडिया एसीवी जीप कंपास नाइट विजन, कैटको इलेक्ट्रिक थ्री व्हीलर (गारबेज करियर), कारवा ग्रुप ई आटो इलेक्ट्रिक लोडर, इंदौर टेक्नो कमर्शियल का ई-टूव्हीलर गरुड़ जी, ई-टू व्हीलर बोल्ड, इंदौर टेक्नो कमर्शियल बोल्ड प्लस, अनंत श्री व्हीकल ई टूव्हीलर वी 11, ई सवारी का टूव्हीलर आर्बिट, आई स्कूट का स्कूट वन।

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