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मध्य प्रदेश में फिर कोरोना पाबंदियां लागू, मेलों पर रोक, शादी में ढाई सौ और अंत्येष्टि में 50 लोगों को ही अनुमति, स्‍कूलों में 50 प्रतिशत उपस्थिति

 भोपाल । मध्य प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए बुधवार को राज्य सरकार ने एकबार फिर कई तरह की पाबंदियां लागू कर दी। अब किसी भी तरह के मेले प्रतिबंधित रहेंगे। शादी-ब्याह में दोनों पक्षों को मिलाकर ढाई सौ लोगों की उपस्थिति की अनुमति होगी। इस दौरान मास्क और शारीरिक दूरी का पालन करना अनिवार्य होगा। अंतिम संस्कार और उठावना में अधिकतम 50 लोगों को शामिल होने की सशर्त अनुमति दी जाएगी। सार्वजनिक स्थान पर मास्क लगाना अनिवार्य होगा। सरकार ने स्पष्ट किया है कि लाकडाउन के बजाए इन पाबंदियों का सख्ती से पालन कराया जाए।

बुधवार को गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव डा राजेश राजौरा ने कोरोना गाइडलाइन संबंधी नए निर्देश कलेक्टरों को जारी किए। इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय में कोरोना की समीक्षा की। उन्होंने सभी कलेक्टरों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर किए जा रहे इंतजामों की जानकारी ली। ज्ञात हो कि प्रदेश में मंगलवार को 595 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई है।

इसके अलावा ये प्रतिबंध भी लागू रहेंगे

-रात्रिकालीन कर्फ्यू 11 बजे से सुबह पांच बजे तक

- सिनेमाघर, मल्टीप्लेक्स, थियेटर, जिम, कोचिंग क्लास, स्वीमिंग पूल, क्लब और स्टेडियम में 18 वर्ष से अधिक के वैक्सीनेटेड लोगों को ही मिलेगा प्रवेश

-कालेज, स्कूल, हास्टल में कार्यरत सभी लोग और 18 वर्ष से अधिक के छात्रों के लिए दोनों डोज का टीकाकरण अनिवार्य

-सभी बाजार, माल के दुकानदार को भी दोनों डोज का टीकाकणण अनिवार्य होगा।

भोपाल- इंदौर में स्टेडियम को तैयार करें

मुख्यमंत्री ने कहा कि दूसरे राज्यों में भी अभी सख्त प्रतिबंध नहीं हैं, इसलिए मध्य प्रदेश में भी नहीं होंगे। भारत सरकार के तय प्रोटोकाल के तहत मरीजों का इलाज किया जाए। प्रतिदिन 75 हजार जांच कराएं। अस्पतालों और कोविड केयर सेंटरों में एक लाख बिस्तरों की क्षमता रखें। पहले की तरह मोतीलाल नेहरू स्टेडियम भोपाल और इंदौर के स्टेडियम में एहतियातन आइसोलेशन की तैयारी अभी से कर लें। ठंड के मौसम को देखते हुए स्वैच्छिक संगठनों के सहयोग से रजाइयों की व्यवस्था भी करें। बड़े नगरों में पुख्ता व्यवस्था होने से निकटवर्ती जिलों से आने वाले संक्रमितों की देखभाल में आसानी होगी। महाराष्ट्र में सर्वाधिक संक्रमण है। पड़ोसी राज्य होने के नाते मध्य प्रदेश में अधिक से अधिक सावधानी बरतें।

जबलपुर में रोज पांच हजार जांच

जबलपुर कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने बताया कि प्रतिदिन पांच हजार जांच करा रहे हैं। अभी 73 प्रकरण हैं। फीवर क्लीनिक शुरू कर दिए हैं। 32 सरकारी और निजी अस्पतालों से संपर्क कर व्यवस्था बनाई है। मुख्यमंत्री ने जबलपुर में बिस्तर बढ़ाने के निर्देश दिए। ग्वालियर कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने बताया कि मंगलवार को 58 प्रकरण आए हैं। छह हजार बेड उपलब्ध हैं। कांटेक्ट ट्रेसिंग भी की जा रही है। रोगियों के घर जाकर चिकित्सकीय परामर्श दे रहे हैं। एक मांडल तैयार किया है, जिसमें रोगी को एक पैकेज में उपचार और देखभाल का लाभ मिलेगा। इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि संक्रमण को देखते हुए डाक्टरों से दवाओं का निर्धारण करने को कहा है। भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने बताया कि पंडित खुशीलाल शर्मा आयुर्वेदिक महाविद्यालय में कोविड केयर सेंटर शुरू किया है। नेहरू स्टेडियम में भी करीब एक हजार बिस्तर क्षमता का केंद्र शुरू करने की तैयारी है। भोपाल में मंगलवार को 24 प्रकरण आए हैं। फीवर क्लीनिक भी कार्य कर रहे हैं।

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