बैंकों से 9 हजार करोड़ रुपये का कर्ज लेकर विदेश भागे शराब कारोबारी विजय माल्या को भारत लाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को माल्या के प्रत्यर्पण के लिए ब्रिटेन को पत्र लिखा है।
वह 2 मार्च को देश छोड़कर चले गए थे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बताया कि दिल्ली स्थित ब्रिटेन के उच्चायुक्त से माल्या की वापसी के लिए आग्रह किया गया है।
उच्चायुक्त से कहा गया है कि मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के लिए शराब कारोबारी को भारत लाना बेहद जरूरी है। साथ ही माल्या के राजनयिक पासपोर्ट को रद्द करने और उनके खिलाफ गैरजमानती वारंट की जानकारी भी उच्चायुक्त को दी गई है।
माल्या ब्रिटिश प्रशासन से आग्रह कर सकते हैं कि उन्हें वहां रहने की अनुमति दी जाए। साथ ही वह अपने पासपोर्ट को रद्द किए जाने के फैसले को चुनौती भी दे सकते हैं।
भारत और ब्रिटेन के बीच प्रत्यपर्ण संधि होने के बावजूद माल्या को वापस लाना आसान नहीं होगा। दोनों देशों के बीच संधि का अनुच्छेद 9 उनको बचा सकता है।
इसके तहत वह गुहार लगा सकते हैं कि प्रत्यर्पण परेशान करने के लिए किया जा रहा है। इसके कारण उन्हें लाने में देरी हो सकती है और वह वहां से भाग सकते हैं।
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