यूपी के लखीमपुर खीरी जिले में एक सेमल के पेड़ से लाल रंग का पदार्थ निकलने से इलाके में कौतूहल मच गया है. लोग इसे पेड़ से खून निकलने की घटना मान रहे हैं. ये देखने वालों का तांता लगने लगा है. वहीं कुछ लोग इसे भगवान का चमत्कार मान पूजा पाठ करना शुरू कर दिया है.
धौरहरा क्षेत्र के रेहुवा गांव में किसान सतीश वर्मा अपने खेत में लगा सेमल का पेड़ काटने पहुंचे. सतीश ने पेड़ पर कुल्हाड़ी से कुछ वार ही किए थे कि पेड़ की कटान वाली जगह से लाल रंग का द्रव बहने लगा. लाल रंग का द्रव देख सतीश खून समझकर हैरत में पड़ गया. सतीश इतना घबरा गए कि बेहोश हो गए. होश में आने के बाद सतीश गांव पहुंचे और लोगों को पूरा वाकया बताया. जंगल की आग की तरह ये खबर फैलते ही आसपास के गांवों के सैकड़ों लोगों तक पहुंच गई.
सैकड़ों लोग चमत्कार मान मौके पर पहुंच गए और वहां पूजा पाठ शुरू कर दिया. इसी बीच मौके पर एक शास्त्री जी और एक मौलाना साहब भी पहुंच गए. कोई यहां मन्दिर बनाने की बात करने लगा तो कोई मजार. देखते ही देखते हजारों रुपए भी पेड़ की जड़ में चढ़ गए.
अब पेड़ से खून निकल रहा है या कोई अन्य पदार्थ इसको लेकर बहस शुरू हो गई. जन्तु और वनस्पति विशेषज्ञ डॉ वीपी सिंह कहते हैं पेड़ों में 'रेजिन' नाम से एक पदार्थ निकलता है ये रासायनिक अभिक्रिया से लाल रंग का हो गया होगा. हंसते हुए डॉ.सिंह ये भी कहते हैं प्रकृति खुद मनुष्य को पेड़ काटने से रोकने को कह रही है, अब लोगों को समझ जाना चाहिए इसी बहाने ही सही.'
धौरहरा के वन क्षेत्राधिकारी यूपी सिंह कहते हैं हिन्दुस्तान में आस्था के नाम अंधविश्वास फैलाने वालों की कमी नहीं. बिना किसी वैज्ञानिक कारण जाने बिना लोग लोग पूजा पाठ करने लगे होंगे पर प्रकृति में ये घटना कोई अनोखी नहीँ. पेड़ों में गोंद या तरल पदार्थ निकलते लोगों ने देखा होगा. हो सकता है पेड़ के बीमारी वाली जगह पर कुल्हाड़ी पड़ गई हो और लाल रंग का ये पदार्थ निकला हो. रेंजर श्री कहते हैं लोगों में आस्था से ही कुछ कटान रुके तो इसमें हर्ज क्या है.
फिलहाल इलाके के लोगों में पेड़ से खून निकलने की चर्चा पर कौतूहल बना हुआ है.
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