भोपाल : केन्द्रीय जेल से आठ सिमी आतंकियों के हमले का शिकार हुए हवलदार शहीद रमाशंकर यादव की बेटी सोनिया ने राज्य सरकार द्वारा प्रहरी की नौकरी दिए जाने का ऑफर ठुकरा दिया है।
शहीद की बेटी सोनिया यादव का कहना है कि वो जेल प्रहरी की नौकरी नहीं करेंगी। सोनिया का कहना है कि वह प्रहरी के लिए जरूरी शैक्षणिक योग्यता से ज्यादा पढ़ी-लिखी है, इसीलिए वो प्रहरी की नौकरी कभी नहीं करेंगी।
सोनिया ने कहा कि उन्हें योग्यता के अनुसार नौकरी दी जाए। बकौल सोनिया, अगर उन्हें मुख्यालय या कहीं और नौकरी दी जाती है तो वो वहां नौकरी कर सकती हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शहीद जेलकर्मी की बेटी को नौकरी की पेशकश की थी। साथ ही परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद, शहीद की बेटी की शादी के लिए अलग से 5 लाख रुपये देने और एक सदस्य को नौकरी देने का एलान किया था।
शहीद की बेटी सोनिया यादव का कहना है कि वो जेल प्रहरी की नौकरी नहीं करेंगी। सोनिया का कहना है कि वह प्रहरी के लिए जरूरी शैक्षणिक योग्यता से ज्यादा पढ़ी-लिखी है, इसीलिए वो प्रहरी की नौकरी कभी नहीं करेंगी।
सोनिया ने कहा कि उन्हें योग्यता के अनुसार नौकरी दी जाए। बकौल सोनिया, अगर उन्हें मुख्यालय या कहीं और नौकरी दी जाती है तो वो वहां नौकरी कर सकती हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शहीद जेलकर्मी की बेटी को नौकरी की पेशकश की थी। साथ ही परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद, शहीद की बेटी की शादी के लिए अलग से 5 लाख रुपये देने और एक सदस्य को नौकरी देने का एलान किया था।
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