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बारिश की ख़ुशी पर व्यवस्था पर रो रही जनता



रोशन नेमा, सोशल मीडिया सवांददाता
राजधानी भोपाल समेत लगभग पूरे राज्य में तेज बारिश के दौर के चलते जनजीवन प्रभावित हुआ है। भोपाल में सोमवार को रात करीब 8 बजे से शुरु हुई बारिश का क्रम रात भर रुक-रुक कर जारी रहा। इससे बड़े तालाब का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। तेज बारिश के बाद  26 जिलों के कलेक्टरों को अलर्ट का मैसेज जारी किया गया है। अब बारिश का हाल सोशल मीडिया से वायरल हो रही है ओवरब्रिज के खिसक रहे पैनल की तस्वीर दाता कॉलोनी का अंडरब्रिज किया गया बंद। दिल्ली की सीडीएस कंपनी को लालघाटी से मुबारकपुर तक ओवरब्रिज बनाने का ठेका। इससे पहले लापरवाही से मज़दूरों की हो चुकी है मौत। जानकारी देते हुए सनाउल्लाह खान ने ट्विट किया है कि "सीडीएस कंपनी ने राजधानिवासियों से किया धोखा! ओवरब्रिज निर्माण कार्य में बरती लापरवाही! ओवरब्रिज बनाने वाली कंपनी की लापरवाही फिर आई सामने। तेज बारिश में ही खिसके ओवरब्रिज के पैनल।" समाजसेवी यश भारतीय ने भी ब्रिज की फोटो facebook पर पोस्ट की "दरार आई पुल पर । भाजपा सरकार के 15 साल में किए गए कार्यो के परिणाम सामने आ रहे है, भाजपा द्वारा कराए गए निर्माण में कितनी गुणवत्ता है कि एक साल भी पूर्ण नही हुआ और इसको रख रखाव के लिए बन्द करना पड़ रहा है।" स्थानीय निवासी संजय व्यास ने लिखा "आखिर जिसका डर था, वही हुआ। एन एच ए आई द्वारा लालघाटी, भोपाल से मुबारकपुर चौराहे तक बनाए जा रहे 6 फ्लाय ओव्हर ब्रिज की गुणवत्ता को लेकर समय-समय पर  अनेक स्तरों पर शिकायतें की गई परन्तु भ्रष्टाचार का चश्मा पहने नेताओं और अधिकारियो को सब बढ़िया दिखता रहा...। अब पहली ही बारिश में प्रिकास्टेड वाल फटने लगी है, सडकों और नालियों का लेवल सही नहीं होने से ब्रिज एवं सर्विस रोड़ पर तो जलभराव हुआ ही, आसपास की कालोनियां भी जलमग्न होने लगी। एक अण्डर पास पुलिया भी धस गई। कांट्रेक्टर कंपनी CDS की ऊपरी पैठ से भयभीत अधिकारी अब भी मौन है। शायद किसी बड़ी दुर्घटना के इंतजार में हैं"
बड़े तालाब की सहायक कोलांस भी उफान पर
समाजसेवी वीरेन्द्र सिंह मारण ने फेसबुक पोस्ट पर लिखा कि "झागरिया ढावला से होते हुए कोलांस गांव पहुंचे जहां कोलांस नदी ने यातायात बंद कर रखा है" "सो काशी एक कूलासी भोपाल बड़ा तालाब का एकमात्र जल स्त्रोत जिससे तालाब भरता है आज वह कोलांस नदी फूल उफान पर बह रही है" उन्होंने रोमांचित करने वाले फोटो वीडियो पोस्ट करते हुए बताया कि भोपाल के बड़े तालाब की सहायक कोलांस नदी केचमेंट एरिया में लबालब है, फसलों को भी भारी नुकसान, नीलबड़ से खजुरी जाने वाले रास्ते में नदी का सैलाब सा नजारा है।
उपनगरों में भी रही सोशल चर्चा
कोलार रोड की चर्चा रही जोरों पर उपनगर के प्रियंका नगर में सड़क पर फंसे डम्पर एवं दानिश नगर में सड़क पर फंसी दूध वाहन का फोटो चर्चा में रहा। नगर में अनेकों जगह पानी भरने की जानकारी सोशल मीडिया में आती रही। वरिष्ठ नागरिक मनोज सिंह राजपूत ने लिखा होशंगाबाद रोड स्थित 11 मील बाईपास के पास हाईवे निर्माण के कारण सड़क पर भरा पानी रुक रुक कर निकल रहे हैं वाहन। चर्चा अनुसार बैरागढ़, रायसेन रोड, भेल के भी निचले इलाकों में पानी जमा हुआ। बिजली गुल भी रही।
पानी बचाने के लिए बंजर भूमि में बनाया 67 लाख लीटर क्षमता का तालाब 
वेब पोर्टल downtoearth.org.in के अनुसार पानी बचाने के लिए भारतीय रेलले रेन वाटर हार्वेस्टिंग यानि वर्षा जल संरक्षण के कई तरीके अपना रहा है। हाल ही में भोपाल रेलवे मंडल ने मध्यप्रदेश के मुंगावली रेलवे स्टेशन के पास 67 लाख लीटर क्षमता का एक तालाब बनाया है। रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक यह जमीन आज से एक वर्ष पहले तक बंजर थी और इसका न व्यावसायिक न ही जंगल उगाने में उपयोग हो रहा था। मुंगावली स्टेशन के आसपास के कॉलोनियों में इस वर्ष हैंडपंप और कुएं सूखने की समस्या भी सामने आई थी। भोपाल मंडल ने पानी बचाने के अभियान के तहत इस इलाके के भूमिगत जल को रिचार्च करने की योजना बनाई। पूरे देश में रेलवे की 200 वर्ग मीटर से अधिक के सभी छतों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने की योजना पर भी काम चल रहा है। 

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