उज्जैन। ज्योतिर्लिंग महाकाल में मंगलवार को भक्तों को भगवान महाकाल के दो रूपों में दर्शन हुए। सुबह राजाधिराज के शीश सवामन फल व फूलों से बना सेहरा सजा हुआ था।
दोपहर 12 बजे साल में एक बार दिन में होने वाली भस्मारती हुई। इसमें त्रिलोकीनाथ निराकार रूप में नजर आए। बाबा दिव्य रूपों के दर्शन के लिए मंदिर में आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। इसके साथ ही नौ दिवसीय नवरात्रि उत्सव का समापन भी हुआ।
दोपहर 12 बजे साल में एक बार दिन में होने वाली भस्मारती हुई। इसमें त्रिलोकीनाथ निराकार रूप में नजर आए। बाबा दिव्य रूपों के दर्शन के लिए मंदिर में आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। इसके साथ ही नौ दिवसीय नवरात्रि उत्सव का समापन भी हुआ।
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