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दंबगों से परेशान किसान कलेक्टर के सामने जनसुनवाई में गीता, गंगाजल, कफन और फांसी का फंदा लेकर पहुंचा

किसान जनसुवाई में कलेक्टर के सामने लेकर पहुंचा गीता, गंगाजल और फांसी का फंदाझाबुआ में मंगलवार को होने वाली जनसुनवाई में एक किसान आत्महत्या के लिए गीता, गंगाजल, कफन और फांसी का फंदा लेकर पहुंचा गया. किसान की शिकायत थी कि दबंग ने उसके खेत पर आने-जाने का रास्ता बंद कर दिया है, लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हो रही.
दरसअल, जिले के घूघरी गांव के बुजुर्ग किसान भगवानसिंह शक्तावत मंगलवार को कलेक्टोरेट में होने वाली जनसुनवाई में गीता, गंगाजल, कफन और फांसी का फंदा लेकर पहुंचे.
भगवानसिंह के मुताबिक, गांव के कुछ दंबगों ने उनके खेत पर आने- जाने के रास्ते को बंद कर आम के पड़े लगाकर मेढ़ बना दी. जब उन्होंने इसका विरोध किया तो उनके साथ मारपीट की घटनाएं होने लगीं.
किसान ने पुलिस, तहसीलदार समेत जिले आला अधिकारियों के सामने शिकायत दर्ज कराई, लेकिन दंबग और पैसों वालों के सामने गरीब किसान की एक ना चली. इसलिए इन्हें कलेक्टर के सामने फांसी का फंदा और कफन लेकर आना पड़ा.
भगवानसिंह का कहना था कि सालों से इंसाफ न मिलने के बाद आज उनकी उम्मीद का आखिरी दिन है. अपनी मौत का सामान लेकर कलेक्टोरेट पहुंचे परेशान किसान ने आत्महत्या की धमकी तक दे डाली. जिसके बाद वहां मौजूद कलेक्टर अरूणा गुप्ता समेत आला अफसरों के हाथ-पैर फूल गए. किसान से सुरक्षा गार्डों ने मौत का सामान छुड़ाया.
जनसुनवाई सभा कक्ष में कलेक्टर के सामने भगवानसिंह ने अपनी पूरी व्यथा बताई. कलेक्टर अरुणा गुप्ता ने पेटलावद एसडीएम को मामले को देखने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
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