सिवनी जिले के बरघाट में लगातार दूसरे दिन भी कर्फ्यू जारी है. भाजपा नेता की मौत के बाद बेकाबू हालात के चलते यहां कर्फ्यू लगाया गया है. अब तक कर्फ्यू में ढील देने का कोई फैसला नहीं लिया गया है.
पूरे बरघाट इलाके को सैन्य छावनी में तब्दील कर दिया गया है. आसपास के जिलों से अतिरिक्त पुलिस फोर्स को बरघाट में तैनात किया गया है. एसपी और कलेक्टर खुद पूरे हालात पर नजर रखे हुए है.
सोमवार से लगा है कर्फ्यू
सिवनी जिले के बरघाट में भाजपा नेता की हत्या के बाद आगजनी और तोड़फोड़ को देखते हुए कर्फ्यू लगा दिया गया था. हालात बेकाबू होने पर मौके पर पहुंचे कलेक्टर भरत यादव और एसपी आरपी सिंह के वाहनों में भी आक्रोशित भीड़ ने तोड़फोड़ कर दी थी. इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर उपद्रवियों को खदेड़ दिया. इसी के बाद इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया.
पूर्व सरपंच की हत्या के बाद हालात हो गए थे बेकाबू
लोहारा ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच और भाजपा ग्रामीण मंडल के महामंत्री कपूरचंद ठाकरे की नागपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई. ठाकरे की मौत की खबर लगते ही बरघाट में हालात बिगड़ गए.
ग्रामीणों ने ठाकरे पर हमला करने वाले दो आरोपियों जाहिर खान और रियाज खान के घर पर तोड़फोड़ कर दी. आक्रोशित ग्रामीणों ने आधा दर्जन बाइक में भी आग लगा दी. दो पक्षों के बीच बढ़ते तनाव की वजह से बरघाट में धारा 144 लागू कर दी गई थी. इस पर भी हालात पर काबू न होता देख कर्फ्यू लगा दिया गया.
तीन अक्टूबर को हुआ था हमला
पुलिस के मुताबिक कपूरचंद तीन अक्टूबर को अपनी कार से लोहारा गांव लौट रहे थे. इसी दौरान बरघाट के पास उनकी कार से एक बाइक को टक्कर लग गई थी.
आरोप है कि बाइक सवार युवकों जाहिर खान और रियाज खान ने पीछा कर कार चला रहे कपूरचंद को रोक लिया. उन्हें कार से बाहर निकाल कर उनकी जमकर पिटाई की गई.
कपूरचंद को इलाज के लिए स्थानीय सामुदायिक केंद्र लाया गया था. जहां हालत गंभीर देखकर डॉक्टर ने उन्हें नागपुर रेफर कर दिया. नागपुर में इलाज के दौरान कपूरचंद ने दम तोड़ दिया.
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